आप आत्मा है
आप आत्मा है शरीर नही मै मेरा शरीर यह आत्मा कहता है जेसै वाहन को चलाने वाला होता है क्मपिउटर को चलाने के लिए ओपरेटर कि जरुरत होता है वेसे ही आत्मा शरीर को चलाने वाला आत्मा है आत्मा का रुप ज्योर्तिबिन्दु समान है आत्मा की तीन सुक्ष्म शक्तिया है मन-बुद्धि-संस्कार मन का काम है सोचना बुद्धि का काम है निर्णय लैने आदि और संस्कार जो आदत होता है
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